नामांकन कर ‘श्रीभगवान्’ उतरे काशी के रण में
*नामांकन कर ‘श्रीभगवान्’ उतरे काशी के रण में*
*पहला नामांकन ‘श्रीभगवान्’ से*
*मिल रहा काशीवासियों का आशीर्वाद*
कहा– *रामराज्य परिषद् अत्याचार, अन्याय के विरुद्ध करेगा संघर्ष*
वाराणसी 30 अप्रैल 2019
सौ करोड़ से अधिक सनातन धर्मी हिन्दू समाज के प्रश्नों की सरकारों द्वारा की जा रही निरन्तर उपेक्षा का अन्त करने एवं भारतभूमि के निवासियों की समस्याओं के समाधान खोजने हेतु पुनः मैदान में आई धर्म सम्राट् स्वामी करपात्री जी महाराज द्वारा स्थापित अखिल भारतीय रामराज्य परिषद् के समर्थित प्रत्याशी बी एच यू के चार बार के गोल्ड मेडलिस्ट वेदान्ताचार्य ‘श्रीभगवान्’ ने कल नामांकन के अन्तिम दिन पहला पर्चा दाखिल करते हुये काशी के रण में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है ।
उन्होंने पर्चा दाखिला कर रायफल क्लब से बाहर आकर कहा कि आम जनता के प्रति हो रहे अत्याचार और अन्याय का विरोध करने तथा प्रत्येक व्यक्ति के सम्मान-स्वाभिमान की रक्षा के लिए हमने राजनीति में आने का निश्चय किया है ।
नामांकन से पूर्व प्रातःकाल सूर्योदय के समय श्रीभगवान् ने अपने सहयोगियों के साथ सूर्यार्घ्य ,सूर्यनमस्कार, गंगापूजन,केदारजी का जलाभिषेक और चिन्तामणि गणेश जी का दर्शन पूजन सम्पन्न कर कचहरी पहुंचे थे जहाँ पांच हजार लड्डुओं से ‘विजयकरण’ हनुमान जी की अर्चना की थी । इसके पूर्व उन्होंने बाबा विश्वनाथ, अन्नपूर्णा, कालभैरव और संकटमोचन जी सहित विशिष्ट सन्तों एवं विद्वानों तथा नारायण स्वरूप दण्डी सन्यासियों का आशीर्वाद प्राप्त किया था ।
श्रीभगवान् जी के साथ चलने वाले लोग शंख और डमरू की पवित्र ध्वनि करते रहे । दण्डी सन्यासियों,वैष्णव विरक्तों और ब्रह्मचारियों ने उपस्थिति दर्ज कराई ।
चुनाव में अपव्यय और दिखावे को भ्रष्टाचार का मूल मानते हुये सादगी समन्वित गरिमा के साथ नामांकन करके उन्होंने एक उदाहरण सामने रखा है ।
श्रीभगवान् जी के दस प्रस्तावक हैं-साध्वी पूर्णाम्बा, देवी शारदाम्बा, मयंकशेखर मिश्र ( ब्रह्मचारी प्र चै मुकुन्दानन्द) सावित्री पाण्डेय, लता पाण्डेय, हरिप्रकाश,सतीश अग्रहरि, सुनील उपाध्याय, सुनील शुक्ल तथा हरिनाथ दूबे ।
नामांकन यात्रा का संयोजन श्रीमहन्त महाराज मणि शरण ‘सनातन’ एवं स्वामी त्रिभुवन दास ने किया । उक्त सूचना चुनाव संचालक श्री रवि त्रिवेदी तथा श्री गिरीश चन्द्र तिवारी ने दी है।
*मिल रहा काशीवासियों का आशीर्वाद*
नामांकन के बाद श्री भगवान् जी काशी के कुछ विशिष्ट जनो से मिलने पहुँचे । संकट मोचन मन्दिर के महन्थ श्री विशम्भरनाथ मिश्र जी, काशी विद्वत् परिषद् के श्री वशिष्ठ त्रिपाठी जी, बटुक शास्त्री जी, पंजाबी भगवान् आश्रम के महन्थ जी, द्वारकाधीश मन्दिर, मछलीबन्दर मठ के महन्थ स्वामी विमलदेव आश्रम जी एवं अनेक दण्डी संन्यासियों का उनको समर्थन एवं आशीर्वाद प्राप्त हुआ ।