हिंदुओं को दबाया तो होगी क्रांति – शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंदजी, गोवधर्नपीठ पुरी
हिंदुओं को दबाया जाएगा तो प्रतिक्रिया होगी। आदर्श व अस्तित्व पर आंच आएगी तो क्रांति का स्वत: उद्भव होगा। राजनीति व धर्म का समावेश के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि, धर्म ही राजनीति है। राज धर्म, दंडनीति व अराजकता का दमन अर्थनीति धर्म से चलेगी। इन्हें अलग कर दिया जाए तो दोनो पंगु हो जाएंगे। धर्म सेवा, संयम, परोपकार आदि सिखाता है
यह है स्वतंत्र भारत का स्वरूप गौरक्षा, विभाजन बाद भी परतंत्रता, किसान आत्महत्या नहीं हो अब देशी को आवारा कहा गया तो कभी इंसान को भी आवारा नहीं कह दिया जाए। एेसी परिस्थितियां दिशाहीन क्रांति करती हैं। उन्होंने कहा कि युवा आदर्श बनाने के लिए उसे अध्यात्मिक शिक्षा देनी चाहिए जिससे विकसित भारत का निर्माण हो सके।
Source-https://www.hindujagruti.org/hindi/news/99358.html
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