17 अक्टूबर को जोशीमठ में तीन आम्नाय पीठों के पूज्यपाद जगद्गुरुओं के दर्शन का मिलेगा लाभ
प्रेस विज्ञप्ति
तिथि- कार्तिक माह, कृष्ण पक्ष तृतीया
दिनांक-12/10/22
स्थान- ज्योतिर्मठ
तीन आम्नाय पीठों के पूज्यपाद जगद्गुरुओं के दर्शन प्रवचन का भक्तों को मिलेगा लाभ
ऐसा होगा महासम्मेलन का कार्यक्रम
जोशीमठ/ चमोली। उत्तराखण्ड की पावन धरती देवभूमि के रूप में ख्यात है। वेदव्यासादि गुरुओं की भी वह स्पृहास्थली रही है। यही कारण है कि भगवान् आद्य शंकराचार्य जी ने इसी स्थान पर बैठकर अपने भाष्य लिखे और आत्मज्योति के दर्शनार्थ स्वयं द्वारा स्थापित चार आम्नाय मठों के क्रम में तृतीय ज्योतिर्मठ स्थापना की।
इस पीठ के आचार्य के रूप में आदि आचार्य तोटकाचार्य जी समेत अनेक आचार्यों ने क्षेत्र को अपनी अलौकिक आभा से आलोकित किया है। इधर बीच के ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य ब्रह्मलीन स्वामी ब्रह्मानन्द सरस्वती जी, ब्रह्मलीन स्वामी कृष्णबोधाश्रम जी और ब्रह्मलीन स्वामी स्वरूपानन्द सरस्वती जी महाराज ऐसी ही विभूति रहे हैं।
यह ज्योतिर्मठ का सौभाग्य है कि विगत संवत् 2079 विक्रमी आश्विन कृष्ण द्वितीया तदनुसार दिनांक 12 सितम्बर 2022 को अभिषिक्त अभिनव ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती जी महाराज के भावपूर्ण आमन्त्रण को स्वीकार कर पूज्यपाद दक्षिणाम्नाय शृंगेरी शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य महास्वामी विधुशेखर भारती जी महाराज एवं पश्चिमाम्नाय द्वारका शारदापीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य महास्वामी सदानन्द सरस्वती जी महाराज ज्योतिर्मठ पधार रहे हैं।
ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुन्दानन्द जी ने बताया कि इस अवसर पर क्षेत्रवासियों को एक साथ तीन आम्नाय पीठों के पूज्यपाद जगद्गुरुओं के दर्शन-प्रवचनादि का लाभ प्राप्त होगा। इस आयोजित विविध कार्यक्रमों में आप सब सादर आमन्त्रित हैं।
पूज्य तीन आम्नाय पीठों के शंकराचार्यों का आगमन 15 अक्टूबर दिन शनिवार को बदरिकाश्रम आगमन होगा व विश्राम करेंगे 16 अक्टूबर दिन रविवार को तीनों शंकराचार्य बद्रीनाथ से केदारनाथ पहुँच दर्शन पश्चात पुनः बद्रिकाश्रम होते हुए ज्योतिर्मठ आगमन होना है जहाँ नगर द्वार पर नगरवासियों द्वारा डिग्री कॉलेज के पास स्वागत कर नगर प्रवेश कराई जाएगी व ज्योतिर्मठ पहुच विश्राम करेंगे।
जेपी मैदान में होगा महासम्मेलन, शंकराचार्यो सहित साधु संतों के नगरवासी करेंगे दर्शन
वहीं 17 अक्टूबर दिन रविवार को सुबह 9 बजे शोभायात्रा निकलेगी जो महासम्मेलन कार्यक्रम स्थल रविग्राम के जेपी मैदान में पहुचेगी। जहा पर तीनों जगदगुरुओ का आशीर्वचन प्राप्त होगा, आशीर्वचन के पूर्व गढ़रत्न लोकसंस्कृति गायक श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी द्वारा अपने मधुर स्वर में गणेश वंदना व मधुर गीतों का श्रवण कराएंगे। कार्यक्रम में गढ़वाली मांगल गीत को प्रस्तुत करने वाली नन्दा सती जी भी मांगल गीत की प्रस्तुति देंगी।
इस अवसर पर ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य के मीडिया प्रभारी श्री अशोक साहू जी, मठ प्रबन्धक श्री विष्णुप्रियानन्द ब्रह्मचारी जी, साध्वी पूर्णम्बा जी, साध्वी शारदम्बा जी, धरमांसन्द श्री आनंद उपाध्याय जी, धरमांसन्द श्री राज कुमार शर्मा, चमोली मंगलम प्रभारी श्री प्रकाश रावत जी, श्री महिमानंद उनियाल जी, श्री कुशलानंद बहुगुणा, डॉ अनिल मोहन शर्मा, पण्डित देवदत्त दुबे जी, श्री राज कुमार शर्मा, श्री राम सजीवन शुक्ला जी, श्री मनीष मणि त्रिपाठी सहित महासम्मेलन के आयोजक गण उपस्थित रहे।