१४ प्रतिशत मुसलमानों के लिए पाकिस्तान दिया गया, तो कश्मीरी हिन्दुओं के लिए पनून कश्मीर क्यों नहीं ? – श्री. राहुल कौल
धर्मसंस्थापना के कार्य में हिन्दुओं को एक ‘साधना’ के रूप में सम्मिलित होना चाहिए ! – श्री. योगेश व्हनमारे, मध्य प्रदेश समन्वयक, हिन्दू जनजागृति समिति
आज अधिकांश हिन्दुओं को ‘हिन्दू’ शब्द की व्याख्या भी ज्ञात नहीं है। अतः धर्माचार करना तो दूर की बात है ! इसके विपरीत धर्मयुद्ध के नामपर उपासना के बलपर मुठ्ठीभर जिहादियों ने पूरे विश्व को घेर लिया है। यह धर्म-अधर्म का युद्ध है, हिन्दुओं को इसे ध्यान में रखकर र्इश्वर की उपासना, साधना करनी चाहिए। तपस्या होगी, तो ही इस युद्ध में टिकना संभव है ! अधर्म बढने पर हर समय, ईश्वरद्वारा अवतार लेकर धर्मसंस्थापना की गई है। धर्मसंस्थापना के इस कार्य में हिन्दुओं को भी अपनी साधना के रूप में सम्मिलित होना चाहिए !
सिंह की भांति बलशाली बनने पर भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ बनने में समय नहीं लगेगा ! – श्री. आनंद जाखोटिया, सनातन संस्था
आज के दिन हिन्दुओं की स्थिति बकरियों जैसी हो चुकी है। हमें सिंह बनाना चाहिए; क्योंकि दुर्गामाता तो सिंहपर विराजमान होती है। हमारे सिंह की भांति बलशाली बनने पर भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ बनने में समय नहीं लगेगा !