निर्मोही अखाड़े के स्वामी सीताराम दास जी ने काशी घाटों पर लगे टैक्स को भाजपा शासन में जज़िया बताया
उत्तरप्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार है और ऐसे में काशी घाटों पर पुरोहितों, गंगा आरती के आयोजनों और अन्य धार्मिक आयोजनों पर टैक्स लगा दिया गया था। ये समाचार आज दिन में गतिशील था।
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धर्म क्षेत्र में प्रमुख निर्मोही अखाड़े के पंत स्वामी सीताराम दास ने ट्वीट कर के भाजपा पर तीखा प्रहार किया कि भाजपा वाराणसी में जज़िया कर लगा रही है। ध्यान रहे कि जज़िया मुगल काल में हिंदुओं को नीचा दिखाने के लिए लगाया जाता था। आज की परिस्थिति में भी इस निर्णय को घोर हिन्दू विरोधी ही कहा जाएगा। ऐसे घोर हिन्दू विरोधी निर्णय का निर्मोही अखाड़े सहित कई लोगों ने विरोध किया है। काशी तीर्थ पुरोहित संघ भी इस निर्णय के विरोध में आ गया है और उनके अध्यक्ष कन्हैया त्रिपाठी ने इसे अनुचित बताया।
ये निर्णय नगर निगम ने लिया था। पर इसका घोर विरोध होने के बाद अब ये हिन्दू विरोधी निर्णय वापिस ले लिया गया है। पर विरोध होने के बाद ही ये निर्णय वापिस लिया गया, यदि विरोध न होता तो हिंदुओं को ये जज़िया रूपी टैक्स देना पड़ता। काशी की पहचान घाटों, गंगा, गंगा आरती और गंगा किनारे होने वाले धार्मिक आयोजनों से है। यदि उनपर ही टैक्स लग जाए तो धार्मिक कार्यों में बड़ा विघ्न आएगा। अच्छा है कि भारी विरोध के बाद ये नगर निगम को ये निर्णय वापिस लेना पड़ा।