आज की शिक्षित मुस्लिम लड़की ने इस्लामी कट्टरवादियों को दिखाया ढेंगा
केरल के नडापुरम की अज़निया अशमिन बेंगलुरु के एक कॉलेज में कानून विषय की छात्रा हैं और जीवन में शिक्षा के महत्व को समझती हैं। लेकिन आजकल वो इस्लामी कट्टरवादियों की आँखों में खटक रही हैं क्योंकि उन लोगो के आधार पर अज़निया मजहब के नियमों का पालन नहीं कर रही हैं, अपने सिर को ढकती नहीं हैं और उल्टे बिंदी लगाती हैं और दूसरे धर्म के व्यक्तियों के साथ घूमती हैं।
अब अज़निया ने आईयूएमएल और एमएसएफ़ के कईं कार्यकर्ताओं के विरुद्ध नाड़ापुरम पुलिस को शिकायत करी है कि उनके विरुद्ध सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक बाते प्रचारित करी जा रही हैं और पुलिस ने इस पर एफ़आईआर दर्ज़ कर ली है।
अज़निया बताती हैं कि वे वर्षों से कट्टरपंथियों के लक्ष्य पर रही हैं और उन पर इंटरनेट पर टिप्पणियों के आक्रमण होते रहे हैं। वह सांस्कृतिक कार्यक्रमों जैसे नृत्य आदि में भी भाग लेती हैं लेकिन मज़हब के ठेकेदारों को यह सब पसंद नहीं आया। वह एक मनुष्य के रूप में पहचानी जाना चाहती हैं।
14 फरवरी को जब अज़निया ने एक फेस्बूक पोस्ट पर अपने मित्रों के साथ अपना एक चित्र डाला तो वे फिर वे कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गयी। उन्होने अज़निया की फोटो ऐसी टिप्पणियों के साथ फेस्बूक और व्हात्सप्प पर फैलाना आरंभ कर दिया कि अज़निया को मजहब का अपमान करना नहीं देना चाहिए और जबकि अज़निया ने उन पर आरोप लगाया कि वे सांप्रदायिकता फैला रहे हैं।
जहां मुस्लिम सामाजिक कार्यकर्ता महिलाओं की शिक्षा पर बल दे रहे हैं वही पुराने विचारों वाले कट्टरपंथी महिलाओं पर अंकुश लगाना चाहते हैं। मात्र एक बिंदी लगाने कभी कोई धर्म संकट में नहीं आता है। हृदय की भावना में धर्म का आचरण होना चाहिए क्योंकि धर्म स्वयं अपने आप मे सशक्त होता है।
स्त्रोत- http://www.thenewsminute.com/article/bullied-social-media-not-wearing-burqa-kerala-girl-takes-islamic-fundamentalists-57375