दिल्ली वाले खड़े हैं उन आठ पुलिसकर्मियों के साथ जिन्हे रामजस कॉलेज में झगड़ा रोकने में चोट लगी है
मार्क्सवादियों की बेशर्मी की हद तब हो जाती है जब ये लोग बटला हाउस एंकाउंटर को नकली तक कहने लगते हैं जबकि उसमे देशभक्त पुलिस इंस्पेक्टर श्री मोहन शर्मा बलिदान भी हो गए थे।
आज भारत की आंतरिक सुरक्षा एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय और ऐसे में दिल्ली की जनता को दिल्ली पुलिस के समर्थन में खड़ा होना होगा नहीं तो देशविरोधी तत्व और आतंकवादी विचारधारा के लोग प्रभावी हो जाएंगे। दिल्ली पुलिस एक कर्मठ और सशक्त पुलिस बल है और पुलिसकर्मी 12 घंटे से 16 घंटे लगातार कार्य करते हैं। इसलिए आज ये भी आवश्यक है कि पुलिस के लिए मानवाधिकार समिति भी बनाई जाए।
दिल्ली की जनता इन आठ पुलिसकर्मियों को प्रणाम करती है और इनके शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करती है।दिल्ली की जनता इन आठ पुलिसकर्मियों के साथ खड़ी है।