बांग्लादेशी मुस्लिमों द्वारा करीमगंज, असम में हिंदुओं पर आक्रमण-ये एक सर्जिकल स्ट्राइक ही है

17 March 2017

मार्च के पहले सप्ताह में बांग्लादेश से 8 हथियारबंद मुस्लिमों ने भारत-बांग्लादेश सीमा पार किया, असम के करीमगंज में जारापाटा क्षेत्र में हिंदुओं पर आक्रमण करा, एक माँ और उसकी दो बेटियों का बलात्कार करा, एक महिला के गुप्तांग में लोहे की छड़ घुसेड़ दी, 7 अन्य हिंदुओं को पीटा और घोषणा करी कि वे शीघ्र आसाम के उस गाँव को शरीया नियंत्रित गाँव बनाएँगे। इसके बाद वे लोग आराम से भारत-बांग्लादेश सीमा पार कर वापिस चले गए।

ये कोई साधारण घटना नहीं अपितु दो राष्ट्रों की बीच हुई घटना है और उसमे एक राष्ट्र भारत है जो अपने सुपर पावर बनने के सपने देख रहा है। कितने बड़े आश्चर्ये की बात है कि उन्हे अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कोई रोकने वाला नहीं था और साथ ही आसाम की राज्य सरकार भी आंतरिक सुरक्षा के विषय पर नग्न पाई गई। करीमगंज के अंदर भी कोई व्यवस्था नहीं थी कि उन आतंकियों को कोई पकड़ पाता। ये आक्रमण तब हुआ है जब हिन्दुत्व पक्षधारी समझे जाने वाली भाजपा नियंत्रित ही केंद्र में सरकार है और असम में भी राज्य सरकार है। साथ ही केंद्र और असम दोनों स्थानो पर भाजपा बंगलादेशी मुस्लिम घुसपैठ को रोकने की बाते करती रही।

Jitender Khurana

जितेंद्र खुराना HinduManifesto.com के संस्थापक हैं। Disclaimer: The facts and opinions expressed within this article are the personal opinions of the author. www.HinduManifesto.com does not assume any responsibility or liability for the accuracy, completeness, suitability, or validity of any information in this article.

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