गौमाता राष्ट्रमाता प्रतिष्ठा अभियान के अन्तर्गत दिल्ली में पंचदिवसीय द्वितीय गौ-संसद ‘

प्रेस विज्ञप्ति – दिनांक 1 अगस्त 2024

गौमाता राष्ट्रमाता प्रतिष्ठा अभियान के अन्तर्गत दिल्ली में पंचदिवसीय द्वितीय गौ-संसद

गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने तथा गौहत्या मुक्त भारत बनाने हेतु संपूर्ण भारत में चलाए जा रहे महाभियान के अंतर्गत देश की राजधानी दिल्ली में द्वितीय गो संसद में होने जा रही है। सनातन धर्म में गाय को पशु नहीं अपितु माता की प्रतिष्ठा दी गई है जिसकी महिमा वेद, उपनिषद, पुराणों सहित समस्त शास्त्रों में गायी गई है और यही सनातन धर्मी हिंदुओ की पवित्र भावना है, आस्था है। इसी धार्मिक आस्था हेतु संविधान एवं कानून में गाय को पशु सूची के अपमान से हटाकर माता की प्रतिष्ठा दिलाने के लिए यह अभियान निरन्तर जारी है जिसके लिए राज्य सूची से हटाकर इसे केंद्रीय विधि की सूची में डालने की मांग हो रही है। स्वतंत्रता प्राप्त से ही निरन्तर गौमाता की प्रतिष्ठा एवं रक्षा के प्रयास होते रहे है जिसमें 1966 के धर्म सम्राट यतिचक्रचूणामणि पूज्य करपात्री जी महाराज जी के निर्देशन में हुआ प्रचलित गौरक्षा आंदोलन है जिसके लिए हजारों गौभक्तों का बलिदान हुआ था। गौ कथावाचक पूज्य गोपाल मणि जी ने इसी आंदोलन को देशभर में जीवन्त रखा तथा इस पवित्र अभियान में चारो पीठों के शंकराचार्यों का आशीर्वाद प्राप्त किया जिस हेतु चारो पीठों के पूज्य जगद्गुरू शंकराचार्यों द्वारा प्रयागराज में आयोजित प्रथम रामा गो संसद में गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाने एवं गौहत्या बंदी कानून सहित 21 बिंदु का धर्मादेश भी पारित किया गया था जिसे देश के प्रधानमंत्री , राष्ट्रपति सहित संबंधित मंत्रालयों में भेजा गया था। इस गो संसद से पारित प्रस्तावों पर केंद्र सरकार द्वारा कोई उचित कार्यवाही ना होने के बाद
पूज्य ज्योतिषपीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद जी महाराज जी के नेतृत्व में नंगे पैर पदयात्रा गोवर्धन से दिल्ली तक निकाली गई जिसमें गो कथावाचक पूज्य गोपाल मणि जी सहित अनेक संतो के साथ देश भर से आए गौभक्त माता बहन भाइयों ने प्रतिभाग किया तथा शंकराचार्य जी द्वारा गौभक्त स्मारक स्थल संसद भवन में 1966 के गौ बलिदानियों को श्रद्धांजलि देकर गो प्रतिष्ठा का पुनः संकल्प लिया गया। पूज्य जगद्गुरू ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी के निर्देशन में आज गौ प्रतिष्ठा का अभियान निरन्तर गतिमान है जिन्होंने इस संवत्सर को गौ संवत्सर के रूप में घोषित किया है तथा इस समय चातुर्मास महोत्सव में देश की राजधानी दिल्ली में विराजमान हैं। इस उचित अवसर पर भारत की राजधानी दिल्ली जहां भारत की संसद कानून बनाती वहां गौमाता की पुकार को नजदीक से सुनाने के लिए गौमाता राष्ट्रमाता प्रतिष्ठा अभियान के क्रम में इस वर्ष द्वितीय रामा गो संसद भारत की राजधानी दिल्ली में दिनांक 2 अगस्त से 6 अगस्त तक रखी जा रही है। इस गौ संसद में देश भर के अनेकों प्रतिष्ठित संत , 543 गो सासंद सहित सेकडो लोग प्रतिभाग करेंगे।

*कार्यक्रम की रूपरेखा*

*प्रथम दिवस*
02/08/2024

9:15: AM – 12 PM स्वागत,आवाहन गीत एवं गौ सांसदो का पंजीकरण प्रारम्भ

12 – 3 PM परिचय एवं शपथ ग्रहण समारोह

3 – 3:40 PM शंकराचार्य जी का अभिभाषण

3:40 – 4 PM गौ प्रतिष्ठा बिल पटल पर रखा जाएगा एवं गौ सांसदो के बीच वितरित होगा

4 PM अवकाश

*द्वितीय दिवस*

03/08/2024

12 – 12:30 PM प्रश्नकाल

12:30 – 1 PM गौ असरकार का गठन (गौ मंत्रालय एवं मंत्री की नियुक्ति)

1 – 4 PM गौ प्रतिष्ठा विधेयक पर चर्चा आरम्भ

4 PM अवकाश

*तृतीय दिवस*
04/08/2024

12 PM-12:30 PM प्रश्नकाल

12:30 – 4 PM गौ प्रतिष्ठा विधेयक पर चर्चा आरम्भ
4 PM अवकाश

*चतुर्थ दिवस*
05/08/2024

12 PM – 12:30 PM प्रश्नकाल

12:30 – 2: PM गौ प्रतिष्ठा विधेयक पर गौ सांसदो एवं विशेषज्ञों के सुझाव

2 – 3 PM विशिष्ट विद्वानों के उद्बोधन

3 – 4 PM शंकराचार्य जी द्वारा उपसंहार एवं संसद में गौ कानून पारित

4 PM अवकाश

*पंचम दिवस*

06/08/2024

3 – 6 PM

3 – 4 PM संयुक्त गौ सम्मेलन,गौ प्रतिष्ठा विधेयक का लोकार्पण एवं शंकराचार्य जी द्वारा धर्मादेश

स्थल

*2-8-2024 से 5-8-2024 तक*

तेरापंथ भवन, छतरपुर मेट्रो स्टेशन के पास,
मुख्य मंदिर रोड
दक्षिण दिल्ली
दिल्ली-110074

*6-8-2024 का कार्यक्रम स्थल*

तालकटोरा स्टेडियम, तालकटोरा गार्डन, राष्ट्रपति संपदा, नई दिल्ली – 110004

इस प्रेस कांफ्रेंस में डॉ गार्गी पंडित जी, श्री किशोर शास्त्री दवे जी, डॉ शैलेन्द्र योगी जी एवं श्री विकास पाटनी जी ने गौ संसद के विषय पर बात रखी।

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