मस्जिद में नमाज पढ़ने पर मुसलमानों के दो फिरकों में मारपीट
समाचारपत्र इंकलाब (5 फरवरी) के अनुसार सीतामढ़ी की एक मस्जिद पर कब्जे को लेकर सुन्नी मुसलमानों के दो फिरकों में जबर्दस्त झगड़ा हुआ जिसके बाद पुलिस को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। झगड़ा देवबंदी और अहले हदीस फिरका के मानने वालों के बीच हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक भीड़ मस्जिद में जबर्दस्ती घुस गई और उन्होंने मस्जिद पर कब्जा करने का प्रयास किया। यह भीड़ अहले हदीस की बताई जाती है। इससे पहले इस मस्जिद पर देवबंदियों का कब्जा था और इस मस्जिद के इमाम मौलाना मुमताज अहमद कासमी भी देवबंदी फिरका से संबन्धित हैं। समाचारपत्र के अनुसार अहले हदीस के समर्थकों की एक भीड़ जबर्दस्ती मस्जिद में घुस गई और उसने मस्जिद पर लिखे हुए एक लेख को मिटाने का प्रयास किया। लोगों का कहना है कि जो लोग मस्जिद में घुसे थे उससे इस मस्जिद का कोई लेना-देना नहीं है और न ही वो मस्जिद के समीप मोहल्लों के रहने वाले हैं। झगड़े को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने फौरन हस्तक्षेप किया और प्रशासन के अधिकारी अब्दुर रहमान के आदेश से उन्हें बाहर निकाल दिया। जिला प्रशासन ने दोनों पिफरकों के लोगों को निर्देश दिया है कि वो अपने-अपने दस्तावेजी सबूत पेश करें। मदरसा के बाहर देवबंदी सम्प्रदाय के लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि मस्जिद की पुरानी स्थिति को बहाल किया जाए। इनका आरोप है कि बिहार सरकार के एक मुस्लिम नेता इस मस्जिद पर कब्जे का समर्थन करने के लिए अहले हदीस के लोगों को भड़का रहे हैं। समाचारपत्र ने दावा किया है कि यह मस्जिद देवबंदियों की है और अहले हदीस का इससे कोई संबंध् नहीं है।