स्वामी ओम जी द्वारा कोणार्क सूर्य मन्दिर को खुलवाने के लिये भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण पर धरना

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30 सितंबर 2016

प्रेस विज्ञप्ति     

अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय नेता श्री चन्द्र प्रकाश कौशिक जी के नेतृत्व में दारा सेना व अन्य हिन्दू संगठनों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के जनपथ नई दिल्ली के मुख्यालय पर धरना देकर कोणार्क सूर्य मन्दिर को खोलने की मांग की।
धरने पर बैठे कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए धर्मरक्षक श्री दारा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मुकेश जैन ने कहा कि ओडीशा में पुरी से 36 किलोमीटर दूर कोणार्क का सूर्य मन्दिर है। जिसे भगवान श्री कृष्ण के पुत्र साम्ब ने बनवाया था। दिव्य शक्ति युक्त भगवान सूर्य के इस मन्दिर को सन् 1903 में दुष्ट अंग्रेजो ने रेत भरकर बन्द कर दिया था,क्यों कि इस मन्दिर की दिव्य तान्त्रिक शक्तियां अंग्रेजो के समुन्द्री जहाजों को डुबा देती थी। श्री जैन ने कहा कि 1903 में कोणार्क के सूर्य मन्दिर के बन्द होने के बाद ही कलकत्ता में सिकुडी और सिमटी अंग्रेजों की बादशाहत 1911 में दिल्ली को राजघानी बनाने में कामयाब हुई।
कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए धर्मरक्षक श्री दारा सेना के कार्यकारी अध्यक्ष और तन्त्र मन्त्र सम्राट स्वामी ओम जी ने बताया कि इस मन्दिर के बन्द होते ही ओडिशा,बंगाल सहित पूरे पूर्वोत्तर को दुर्भाग्य गरीबी और भुखमरी के काले शैतानी साये ने अपनी चपेट में ले लिया। नागालैण्ड के हिन्दू राजा जादोनन्द को फांसी पर चढाकर सभी नागाओं को फिरंगियों ने जबरदस्ती ईसाई बना लिया। स्वामी ओम जी ने ओडिशा और बंगाल से खासतौर पर आये कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि यदि आपको अपनी खोयी हुई समृद्धि और वैभव पाना है तो सबसे पहले कोणार्क का सूर्य मन्दिर खुलवाने में अपनी पूरी ताकत लगा दें। स्वामी ओम जी ने खुलासा किया कि स्वयं भगवान जगन्नाथ महाप्रभु ने दारा सेना के अध्यक्ष श्री मुकेश जैन के पास साक्षात देवदूत भेजकर सूर्य मन्दिर को खुलवाने का आदेश दिया है।
हिन्दू संगठनों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महा निदेशक श्री राकेश तिवारी जी और संस्कृति मंत्री श्री महेश शर्मा जी को ज्ञापन देकर कोणार्क सूर्य मन्दिर शीघ्र खोलने का अनुरोध किया।
प्रेस सचिव
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